पटना (NNN)। पटना अब में फर्राटे से दौड़ेंगी गाड़ियां, शहर के हड़ताली मोड़ से आयकर गोलंबर तक बनेगी 10 लेन की सड़क। बेली रोड और बोरिंग रोड के मुहाने पर प्रस्तावित फ्लाईओवर की जगह वर्तमान बेली रोड को ही 10 लेन चौड़ा करने का निर्णय लिया गया है।
दरअसल पटना हाईकोर्ट, पटना वीमेंस कॉलेज और बिहार म्यूजियम की ऐतिहासिकता को देखते हुए वहां फ्लाईओवर का निर्माण फिलहाल स्थगित कर दिया गया है।
इस मोड़ पर फ्लाईओवर बनने से उसका एक सिरा पटना वीमेंस कॉलेज के सामने गिर रहा था, तो दूसरा सिरा बिहार म्यूजियम के सामने। वहीं पटना हाईकोर्ट के सामने फ्लाईओवर बन जाने से इस विरासत की खूबसूरती प्रभावित हो रही थी।
यही कारण है कि बेली रोड मल्टी लेवल रोड प्रोजेक्ट का हड़ताली मोड़ सिरा अब ऑफिसर्स फ्लैट के पास ही समाप्त हो जाएगा। इस कारण ऑफिसर्स फ्लैट के पास से विद्युत भवन तक बनने वाले मल्टी लेवल रोड प्रोजेक्ट का फ्लाईओवर वाला हिस्सा नहीं बनेगा।
हालांकि इस हिस्से में भी फ्लाईओवर की पहले की योजना को देखते हुए बेली रोड के दोनों किनारे के पेड़ों की पहले ही कटाई हो चुकी है। ऐसे में सिर्फ चौड़ीकरण करके इस हिस्से के ट्रैफिक को स्मूथ कर दिया जाएगा।
इससे सड़क के उत्तरी हिस्से में ऑफिसर्स फ्लैट और पटना वीमेंस कॉलेज की बाउंड्री रहेगी, तो दक्षिण हिस्से में बिहार म्यूजियम और पटना हाईकोर्ट की बाउंड्री रहेगी।
जब हड़ताली मोड़-बोरिंग केनाल रोड चौराहे पर मल्टी लेवल फ्लाईओवर का निर्माण शुरू होगा, तो इन दोनों सचिवालयों की वर्तमान बाउंड्री को तोड़ कर हटा दिया जाएगा। इस मल्टीलेवल रोड प्रोजेक्ट के सब स्ट्रक्चर के डिजाइन को आईआईटी दिल्ली से हाल ही में मंजूरी मिली है।
सुपर स्ट्रक्चर के डिजाइन पर काम चल रहा है। उसकी स्वीकृति मिलते ही इस मोड़ पर भी निर्माण शुरू हो जाएगा। नीतीश कुमार की पूर्व की सरकार ने बेली रोड खासकर हड़ताली मोड़ और बोरिंग रोड-हाईकोर्ट मोड़ को जाम से निजात दिलाने के लिए 391.48 करोड़ की लागत वाले पटना के इस सबसे महंगे फ्लाईओवर प्रोजेक्ट की आधारशिला रखी थी।
इसके पहले चरण में सर्पेंटाइन रोड हिस्से में काम शुरू किया गया, जहां सभी पाइलों का निर्माण पूरा हो गया है। अब बीपीएससी के सामने ओर ललित भवन के पास पाइलिंग शुरू की गई है। दोनों ही जगह पर काम चालू है।
बीपीएससी से नया सचिवालय के बीच ट्रैफिक बदलाव के लिए सड़क का चौड़ीकरण किया जा रहा है। सड़क पर ट्रैफिक दबाव कम करने के लिए विश्वेश्वरैया भवन (इंजीनियरिंग सचिवालय) और विकास भवन (नया सचिवालय) में अंदर की तरफ नई बाउंड्री काम करीब पूरा हो गया है।
391.48 करोड़ की लागत वाले पटना के इस सबसे महंगे फ्लाईओवर प्रोजेक्ट की आधारशिला नीतीश कुमार ने रखी थी।