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बिहार में बाढ़ के हालात गंभीर, कटिहार का NE से टूटा संपर्क, CM ने की PM से बात

राजधानी सहित कई ट्रेनों को विभिन्न स्टेशनों पर रोका गया
नव-बिहार न्यूज नेटवर्क (NNN)। उत्तर भारत में हुई लगातार भारी बारिश से बिहार में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है। पहाड़ पर हो रही लगातार बारिश से महानंदा, गंगा एवं कोसी नदी खतरे के निशान से उपर बह रही है। कदवा, आजमनगर, प्राणपुर एवं बलरामपुर प्रखंड के डेढ़ दर्जन गांवों में बाढ़ का पानी पूरी तरह फैल गया है।
कटिहार न्यू जलपाईगुड़ी रेलखंड पर रेलवे ट्रैक के उपर से पानी बहने के कारण
राजधानी सहित कई ट्रेनों को विभिन्न स्टेशनों पर रोक कर रखा गया है। रेलवे ने चार जोड़ी ट्रेनों को रद कर दिया है। पूर्वोत्तर भारत से देश का रेल संपर्क भंग हो गया है।
बाढ़ की भयावह स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन ने सेना, एनडीआरएफ एवं एसडीआरफ की टीम को राहत एवं बचाव कार्य के बुलाया है।बाढ़ की गंभीर स्थिति को देखते हुए सीएम नीतीश कुमार ने पीएम नरेंद्र मोदी व गृहमंत्री राजनाथ सिंह से बात की है। 
बाढ़ के कारण अररिया का जाेगबनी स्‍टेशन डूब गया है। अररिया, किशनगंज, कटिहार व चंपारण में जगह-जगह रेल ट्रैक पर पानी बह रहा है। इस कारण दर्जनों ट्रेनें प्रभावित हो गई हैं। कटिहार का पूर्वोत्‍तर भारत से रेल संपर्क टूट गया है।
पश्चिम चंपारण के सिकटा में दोन कैनाल का तटबंध टूट गया है। कोसी के इलाके में अब कोसी आक्रामक तेवर दिखा रही है। गांवों के घरों में पांच से सात फीट तक पानी घुसा हुआ है। अररिया में भी जल प्रलय की स्थिति है। पश्चिम चंपारण, मधुबनी, सीतामढ़ी और दरभंगा जिले के गांवों में बाढ़ का पानी घुसने से अफरातफरी मची है।
जिलाधिकारी मिथिलेश मिश्रा ने संकट की स्थिति बताते हुए लोगों से उंचे स्थान पर शरण लेने की अपील की है। प्रभावित इलाकों में आवागमन के लिए रबर बोट एवं नाव भेजे जा रहे हैं। सभी अंचलाधिकारी को सतर्क करते हुए प्रभावित इलाकों में राहत शिविर चलाने का निर्देश दिया गया है। जिलाधिकारी ने बताया कि एनडीआरएफ की दो टीम तथा सेना की एक टुकड़ी बुलाई गई है।
एसडीआरफ की टीम कटिहार पहुंच गई थी। पूर्णिया में स्थिति विकराल देखते हुए एसडीआरएफ की टीम को तत्काल वहां भेजा गया है। डीएम ने कहा कि धनगामा एवं किरौरा से पानी का बहाव तेजी से हो रहा है। अगले 24 घंटे में नदियों के और उफनाने की संभावना जताई गई है।
डीएम ने हालत की नजाकत को देखते हुए आम लोगों से धैर्य रखते हुए राहत कार्य में प्रशासन को सहयोग करने की अपील की है। सदर एसडीओ को प्राणपुर एवं बारसोई एसडीओ को आजमनगर में कैंप करने को कहा गया है। पानी के तेज बहाव एवं लगातार हो रही बारिश को देखते हुए पदाधिकारियों की छुट्टी रद कर अलर्ट जारी कर दिया गया है।
पूर्वोत्तर भारत से रेल संपर्क भंग
कटिहार एनजेपी एवं कटिहार जोगबनी रेलखंड पर रेलवे ट्रैक एवं स्टेशन पर पानी प्रवेश करने के कारण 17 ट्रेनों को रद कर दिया गया है। राजधानी सहित कई महत्वपूर्ण ट्रेनों को अलग अलग स्टेशनों पर रोक कर रखा गया है। कटिहार एनजेपी रेलखंड के विभिन्न स्टेशनों पर पीआरएस काउंटर भी बंद कर दिए गए हैं। रेलवे ने रेल ट्रैक से पानी हटने के बाद ही रेल परिचालन सामान्य हो पाएगा। कैपिटल एक्सप्रेस, राजधानी एक्सप्रेस एवं चंडीगढ़- डिब्रुगढ़ एक्सप्रेस को कटिहार से ही वापस किया जाएगा। किशनगंज के समीप रेल ट्रैक पर दो से तीन फीट तक पानी बह रहा है। रेल परिचालन बाधित रहने से यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
रेल ट्रैक डूबे, ट्रेनें प्रभावित 
अररिया के जोगबनी स्‍टेशन पर बाए़ का पानी चढ़ गया है। अररिया-जोगबनी रेलखंड पर फिलवक्त ट्रेनों का आवागमन रोक दिया गया है। पश्चिम चंपारण के बगहा स्थित गोरखुपर-नरकटियागंज रेलखंड पर रविवार सुबह से पानी बह रहा है। इससे सप्‍तक्रांति एक्‍सप्रेस सहित कई ट्रेनें जहां-तहां रोक दी गई हैं।
कटिहार में बारसोई-गुवाहाटी रेलखंड पर पानी चढ़ने के कारण पूर्वोत्‍तर भारत से संपर्क टूट गया है। दालकोला-किशनगंज रेलखंड पर भी पानी बह रहा है।  इस कारण कैपिटल एक्‍सप्रेस सहित कई ट्रेनें प्रभावित हैं।
बाढ़ व बारिश में कइयों की मौत 
बारिश के दौरान वज्रपात तथा डूबने से कइयों की मौत की भी खबर मिली है। पूर्वी चंपारण के कुंडवा चैनपुर में रविवार की सुबह डूबने से एक महिला व एक बच्‍ची की मौत डूबने से हो गई। पूर्वी चंपारण के बंजरिया में वज्रपात से एक की मौत हो गई।
सुपौल के निर्मली में भी दीवार गिने के कारण दो बहनों की दबकर मौत हो गई। मधुबनी के बाबूबरही में दीवार गिरने से एक की मौत हो गई, जबकि एक जख्मी हो गया। सीतामढ़ी के बथनाहा में स्कूल भवन ध्वस्त हो गया। डुमरा प्रखंड के हरिछपरा गांव में बारिश से एक घर गिर पड़ा। इसमें दबने से छह लोग जख्मी हो गए। वहीं, बागमती नदी में अलग-अलग स्थानों पर डूबने से तीन लोगों की मौत हो गई।
किशनगंज के देशियाटोली पंचायत में शनिवार को नाव डूबने से एक महिला की मौत हो गई, जबकि दो लोग लापता बताए जाते हैं। किशनगंज में रमजान नदी में चार लोग बहे हैं। इनमें से एक की मौत हो गई, जबकि दो लापता हैं। किशनगंज में ही नाव डूबने से एक महिला की मौत हो गई, जबकि दो लोग लापता बताए जा रहे हैं। इस तरह किशनगंज में कुल छह डूबे, जिनमें से दो की मौत हो गई और चार लापता हैं। ग्रामीणों के अनुसार नाव हादसे में डूबे लोगों की संख्या बढ़ भी सकती है। यहीं के पौआखाली में दो और बच्चे डूब गए है।
सड़काें पर भी चढ़ा बाढ़ का पानी
शिवहर जिले में बागमती नदी उफना गई है। नदी का पानी शिवहर-सीतीमढ़ी एनएच 104 पर डुब्बा घाट के समीप बहने लगा है। नदी का जलस्तर खतरे के निशान से एक मीटर उपर हो गया है। बेलवा घाट के समीप नदी के तटबंध पर पानी का दबाव बना हुआ है। डीएम ने नदी के आसपास वाले गांव के लोगों को सचेत करते हुए सभी अधिकीरियों को अलर्ट किया है।
उधर, पूर्णिया के रौटा में बाढ़ के पानी से पुलिया ध्वस्त हो गया है। कर्बला के पास सढ़क पर बना पुल ध्‍वस्‍त हो गया है।
दो दिनों से हो रही बारिश से स्थिति बिगड़ी 
पिछले 24 घंटों से रुक-रुककर हो रही बारिश के कारण पूर्व बिहार, कोसी और सीमांचल की नदियों में उफान है। बाढ़ के पानी से दर्जनों गांव जलमग्न हो गए हैं। इस कारण कई इलाकों से पलायन भी शुरू हो गया है। कई जिलों में बारिश की वजह से जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
आक्रामक हुई कोसी 
सुपौल में अब कोसी आक्रामक तेवर दिखा रही है। गांवों के घरों में पांच से सात फीट तक पानी घुसा हुआ है। सहरसा जिले में भी तटबंध के अंदर बसे दो दर्जन से अधिक गांव जलमग्न हैं। मधेपुरा जिले के भी फुलौत, आलमनगर व कुमारखंड प्रखंडों के एक दर्जन गांव जलमग्न हैं। अररिया के सिकटी में बकरा व नूना नदियों में आई बाढ़ से दो दर्जन से अधिक गांव जलमग्न हो चुके हैं।
किशनगंज के सभी सात प्रखंड बाढ़ की चपेट में हैं। 50 से अधिक गांवों में बाढ़ के पानी के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। पूर्णिया के बायसी और बैसा प्रखंड के एक दर्जन गांव जलमग्न हैं। बांका में भी चांदन व ओढऩी नदियों में पानी बढ़ा है।
सीएम नीतीश ने की पीएम मोदी और गृहमंत्री राजनाथ सिंह से बात
बिहार में बाढ़ की भयावह स्थिति को देखते हुए सीएम नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मदद का अनुरोध किया। पीएमओ ने तुरंत सहायत उपलब्‍ध करवाने का आश्‍वासन दिया। इसके बाद ओडि़सा से एनडीआरएफ की छह टुकड़ी पूर्णिया के लिए रवाना हो चुकी है। रांची से सेना की टुकड़ी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत व बचाव कार्य के लिए रवाना हो चुकी है।