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नवगछिया में सुरक्षा अब भगवान भरोसे, पुलिसिंग व्यवस्था पर उठ रहे हैं सवाल

नव-बिहार न्यूज नेटवर्क ( NNN): बिहार के भागलपुर जिला अंतर्गत पुलिस जिला नवगछिया में पिछले कुछ समय से आदर्श थाना क्षेत्र के लोगों की सुरक्षा भगवान भरोसे हो कर रह गयी है। स्थानीय पुलिस सिर्फ दिखावे और खानापूर्ति के लिये
अपना दायित्व का निर्वहन करती प्रतीत हो रही है। जिसे लेकर जहां स्थानीय और नगर के लोगों में पुलिस प्रशासन के प्रति क्षोभ गहराता जा रहा है। वहीं पुलिस पदाधिकारी दबी जुबान से पुलिस कर्मियों की भारी कमी का रोना रोते हैं।
भाजपा के जिलाध्यक्ष विनोद कुमार मंडल और जदयू जिलाध्यक्ष चंदेश्वरी प्रसाद सिंह निषाद ने बीती रात हुई भाजपा जिला उपाध्यक्ष पुलकित सिंह के भाई दरोगी सिंह की अपराधियों द्वारा नवगछिया जीरो माइल पर खदेड़ कर निर्मम हत्या के मौके पर नवगछिया अनुमंडलीय अस्पताल पहुंच कर घटना की जानकारी ली और नवगछिया में पुलिसिंग की व्यवस्था पर सवाल भी उठाये। रात करीब 8.30 बजे दरोगी सिंह का बालू लदा हाइवा जीरोमाइल चौक पर आया था। उस समय दरोगी सिंह एक चाय पान की दुकान के पास खड़े होकर हिसाब कर रहा था। इसी दौरान वहां आयी एक कार अचानक रुकी और चार अपराधी उतरे। जब तक लोग कुछ समझ पाते अपराधियों ने फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग शुरू होते ही दरोगी दुकान के पीछे भागने लगा। अपराधियों ने खदेड़ कर दरोगी का पीछा किया और दुकान के पीछे जाकर दरोगी को आठ गोलियां मारी। इससे मौके पर ही उसकी मौत हो गयी।
स्थानीय लोगों ने कहा कि अपराधियों ने करीब 12 से 15 राउंड गोलियां चलायी. जब अपराधियों को यह आभास हो गया कि दरोगी मर चुका है तब जाकर चारों अपराधी भाग गये. यह वारदात उस समय हुई जब उसी जीरो माइल चौक पर विरोधी दल के नेता सह पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पहुंचने वाले थे। जिनके स्वागत के लिये राजद के सदस्य काफी संख्या में वहां मौजूद थे। साथ ही पुलिस बल और पुलिस अधिकारी भी तैनात थे।
एक ओर जहां आशंका व्यक्त की जा रही है कि जलकर पर कब्जे को लेकर दो अापराधिक गुटों के बीच शुरू हुई होड़ में दरोगी सिंह को दूसरे गुट के अपराधियों ने अपना शिकार बनाया है. वहीं देर रात तक छह थानों की पुलिस के साथ नवगछिया के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मुकुल कुमार रंजन नवगछिया अनुमंडल अस्पताल में डटे हुए थे. नवगछिया के एसपी पंकज सिन्हा ने कहा कि घटना का स्पष्ट कारण अभी तक पता नहीं चल सका है. पुलिस छानबीन में जुट गयी है. परिजनों से भी बात की जा रही है. मृतक का आपराधिक इतिहास होने की बात भी सामने आ रही है.
बताते चलें कि नवगछिया जीरो माइल के शुरू होते ही वहां लगातार बढ़ती आपराधिक गतिविधियों को देखते हुए तत्कालीन एसपी आनंद कुमार सिंह ने एक पुलिस चौकी की स्थापना भी की थी। जो काफी समय से अस्तित्व विहीन नजर आ रही है। उसके बाद गठित टाइगर मोबाइल की गस्ती भी एनएच सहित इस जीरो माइल चौक पर भी होती थी। कुछ दिनों पहले से नवगछिया में टाइगर मोबाइल का अस्तित्व ही समाप्त कर दिया गया। जिसके बाद से छोटी बड़ी कई घटनाएं हो गयी, लेकिन पुलिस के हाथ हैं बिल्कुल खाली। स्पष्ट है कि जहां नवगछिया का आदर्श थाना हो या टाउन आउट पोस्ट (टीओपी) हो, हर जगह पुलिस पदाधिकारी और पुलिस कर्मियों की भारी कमी हो तो उस क्षेत्र की जनता की सुरक्षा तो भगवान भरोसे ही होनी है।