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नवगछिया में को-ऑपरेटिव बैंक मैनेजर अशोक को भी सृजन महाघोटाला में किया गया गिरफ्तार

नव-बिहार न्यूज नेटवर्क (NNN), भागलपुर। बिहार के दामन में एक और गहरा दाग लगाने वाले भागलपुर के सृजन महाघोटाले में सबसे अधिक "द भागलपुर सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक" के अधिकारी-कर्मी शामिल नजर आ रहे हैं। जिसमें इस बैंक के नवगछिया शाखा के प्रभारी अशोक कुमार अशोक
सहित अब तक को-ऑपरेटिव और सहकारिता विभाग के कुल छह अफसर और कर्मी गिरफ्तार हो चुके हैं। इस घोटाले में शनिवार को पुलिस ने विभाग के चार अफसरों को गिरफ्तार किया था। इसमें दो रिटायर हो चुके हैं। तत्कालीन उक्त छह अधिकारी-कर्मी की संलिप्तता का खुलासा जांच में हुआ है। दो दिनों के भीतर एसआईटी और यूओयू की टीम ने भागलपुर, सुपौल और बांका तथा नवगछिया के को-ऑपरेटिव बैंक, सहकारिता विभाग में छापेमारी की थी।
सृजन महाघोटाले में द भागलपुर सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक के नवगछिया और कहलगांव शाखा प्रभारी को भी गिरफ्तार किया गया है। कहलगांव शाखा प्रभारी सुनीता चौधरी और नवगछिया को-ऑपरेटिव बैंक के प्रभारी अशोक कुमार अशोक को एसआईटी ने शनिवार को ही पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था।
सुनीता चौधरी कचहरी कंपाउंड स्थित संत टेरेसा स्कूल के पीछे की रहने वाली है और अशोक कुमार अशोक लखीसराय जिले के कटेहर (सूर्यगढ़ा थाना क्षेत्र) का रहने वाला है। इस घोटाले में शनिवार को पुलिस ने विभाग के चार अफसरों को गिरफ्तार किया था। इसमें दो रिटायर हो चुके हैं। तत्कालीन उक्त छह अधिकारी-कर्मी की संलिप्तता का खुलासा जांच में हुआ है। दो दिनों के भीतर एसआईटी और ईओयू की टीम ने भागलपुर, सुपौल और बांका तथा नवगछिया के को-ऑपरेटिव बैंक व सहकारिता विभाग में छापेमारी की थी और सुपौल के सहकारिता पदाधिकारी पंकज झा समेत चार को गिरफ्तार किया था।
सबसे पहले सुुपौल के जिला सहकारिता पदाधिकारी पंकज झा को उनके ऑफिस से गिरफ्तार किया गया था। उसके बाद बांका को-ऑपरेटिव बैंक के प्रभारी विजय कुमार गुप्ता को पकड़ा गया। को-ऑपरेटिव बैंक से रिटायर प्रबंधक (लेखा) हरि शंकर उपाध्याय और रिटायर प्रभारी प्रबंधक सुधांशु कुमार दास को जबारीपुर और रेडक्रास रोड में छापेमारी कर पकड़ा गया। नवगछिया और कहलगांव शाखा प्रभारी को भी गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तार सभी छह को-ऑपरेटिव के अधिकारी-कर्मी के भागलपुर में पदस्थापन के दौरान विभाग की राशि में हेरफेर हुआ था। जांच में 48 करोड़ का घपला उजागर हुआ। यह राशि को-ऑपरेटिव बैंक की है, जो इंडियन बैंक और बैंक अॉफ बड़ौदा के खाते में था। यह राशि दोनों बैंक के कर्मियों की मिली-भगत से गबन कर लिया गया था। बाद में इस मामले में आदमपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। गिरफ्तार सभी कर्मियों को सोमवार को कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।

गिरफ्तार आरोपी 
1. पंकज झा : सहकारिता पदाधिकारी सुपौल
2. हरिशंकर उपाध्याय : रिटायर प्रबंधक (लेखा) को-ऑपरेटिव बैंक, भागलपुर
3. सुधांशु कुमार दास : रिटायर प्रभारी प्रबंधक, को-अॉपरेटिव बैंक, भागलपुर
4. विजय कुमार गुप्ता : शाखा प्रभारी, को-ऑपरेटिव बैंक, बांका
5. अशोक कुमार अशोक : शाखा प्रभारी, को-ऑपरेटिव बैंक, नवगछिया
6. सुनीता चौधरी : शाखा प्रभारी, को-ऑपरेटिव बैंक, कहलगांव
हेराफेरी में अब तक ये गए हैं जेल
1. अजय पांडेय : इंडियन बैंक का लिपिक
2. वंशीधर झा : प्रिंटिंग प्रेस का संचालक
3. प्रेम कुमार : भागलपुर डीएम का पीए सह स्टेनो
4. राकेश यादव : नाजिर जिला परिषद
5. राकेश झा : नाजिर भू-अर्जन विभाग
6. सतीश चंद्र झा : अंकेक्षक, सृजन
7. सरिता झा : मैनेजर, सृजन
8. अरुण कुमार सिंह : रिटायर चीफ मैनेजर, बैंक ऑफ बड़ौदा
9. अरुण कुमार : जिला कल्याण पदाधिकारी
10. महेश मंडल : नाजिर, कल्याण विभाग
11. विनोद मंडल : मनोरमा देवी का पूर्व ड्राइवर
12. अतुल रमण : बैंक अॉफ बड़ौदा के प्रबंधक (स्केल-2) 
पुलिस को है इनकी तलाश 
1. अमित कुमार : सलाहकार, सृजन
2. प्रिया कुमार उर्फ रजनी प्रिया : सचिव, सृजन
3. राजीव रंजन सिंह : तत्कालीन भू-अर्जन पदाधिकारी
नवगछिया शाखा प्रभारी अशोक कुमार अशोक