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नवगछिया: डायन का आरोप लगा महिलाओं पर हमला, पहली गंभीर तो दूसरी की मौत

नव-बिहार समाचार, नवगछिया (भागलपुर)। जहां एक तरफ इक्कीसवीं सदी की तरफ बढ़ रहे भारत में डिजिटल इंडिया की बात हो रही है, वहीं दूसरी तरफ भागलपुर जिला के नवगछिया पुलिस जिला अंतर्गत खरीक थाना क्षेत्र में नवनिर्मित नवगछिया नदी थाना क्षेत्र अंतर्गत कोसी पार लोकमानपुर पंचायत के आजादनगर सिहकुंड में डायन होने का आरोप लगाते हुए एक महिला पर जान लेवा हमला किया गया। जो इस समय भागलपुर के मायागंज स्थित अस्पताल में मौत से जूझ रही है। जबकि ठीक इसके दूसरे दिन उसी आरोपी द्वारा इलाजरत महिला की गोतनी पर हमला कर हत्या कर दी गयी।

गांव में फैले अंधविश्वास की शिकार हुई नवगछिया नदी थाना क्षेत्र के कोसी पार लोकमानपुर पंचायत के सिंहकुंड आजाद नगर निवासी जमुनी राम की पत्नी गीता देवी (55 वर्ष) को छह-सात लोगों ने उसके पति जमुनी राय के सामने खींच कर पीटते पीटते मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद उसे कोसी नदी में फेंकने लेजाया जा रहा था। मौके पर पहुंचे ग्रामीणों के विरोध पर आरोपी भाग गया तो लाश बच पायी।

  बताया जाता है कि आजादनगर निवासी विंदेवश्वरी मेहता की गाय गर्भवती थी. रविवार की शाम किसी वजह से गाय का गर्भपात हो गया. इससे विंदेश्वरी मेहता के पुत्र चंदन मेहता और परिवार के अन्य लोग आग बबूला हो गये. उनका मानना था कि गांव के स्व गंगा राम की पत्नी राधा देवी डायन है, जिसने जादू-टोना कर उसके गाय की यह हालत की है. शाम लगभग 4:30 बजे उसकी जमकर पिटाई कर अधमरा कर दिया. जो मायागंज में इलाजरत है. इससे संबंधित एक मामला नवगछिया नदी थाना में कांड संख्या 14/17 भादवि की धारा 341, 323, 308, 325, 504, 506 और डायन अधिनियम की धारा 3 और 4 के तहत पीड़िता की बेटी सुलेखा देवी पति अरुण राम के बयान पर दर्ज किया गया.

ग्रामीण सरोज राम, तूफानी राम, पंकज राम, संतोष मेहता, बीरबल राम इत्यादि के अनुसार दूसरे दिन यानि सोमवार 24 जुलाई की शाम 4:45 बजे जब चंदन मेहता को पता चला कि उसके खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज हो चुका है तो वह पुनः आग बबूला हो गया. वह और उसके साथ कुछ  लोग राधा देवी के परिजनों को खोजने निकल पड़े. उनके सिर पर खून सवार था. राधा देवी की गोतनी गीता देवी उर्फ सीता देवी गांव के पास खेत में थी. वे लोग वहां पहुंच गये और गंदी-गंदी गालियां देते हुए गीता देवी पर टूट पड़े. पति जोवनी राम ने बचाने का प्रयास किया, लेकिन दबंगों के सामने वह लाचार हो गये. आरोपित गीता को कट्टे की बट और लाठी-डंडे से तब तक पीटते रहे जब तक वह मर नहीं गयी. ग्रामीणों का कहना है कि आराेपितों ने गीता देवी के सिर में गोली मार दी, जिसके बाद उसकी मौत हुई. ग्रामीणों ने गोली चलने की आवाज सुनी थी. जिसे बाद में चंदन द्वारा उसे घसीट कर कोसी नदी में बहाने लेजाया जा रहा था. ग्रामीणों के पहुंचने और विरोध करने पर वह भाग गया.

इधर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मुकुल कुमार रंजन ने बताया कि गीता देवी की हत्या के मामले में पुलिस ने एक आरोपित विंदेश्वरी मेहता के पुत्र नंदन कुमार उर्फ अभिनंदन कुमार को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस उससे पूछताछ कर रही है. अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. मामले की प्राथमिकी नवगछिया नदी थाना में दर्ज की गयी है. सिंहकुंड आजाद नगर निवासी चंदन मेहता, नंदन मेहता, विवेका मेहता, बबलू मेहता, पिंटू मेहता, गुलचरण मेहता व अन्य को आरोपित बनाया गया है.  नवगछिया एसपी पंकज सिन्हा के निर्देश पर खरीक के थानाध्यक्ष सुदिन राम और नदी थानाध्यक्ष अनि रामेश्वर पंडित मामले की छानबीन और छापेमारी में जुटे हैं. 

 खरीक और नदी थाना की पुलिस ने मंगलवार को शव का पोस्टमार्टम करने के लिए नवगछिया अनुमंडलीय अस्पताल लाया, जहां से शव भागलपुर जिला अस्पताल भेजा गया. बताया जाता है कि महिला की हत्या उसके सिर में गोली मारने से हुई है, लेकिन नवगछिया अनुमंडल अस्पताल में शव से गोली नहीं मिली, तो पोस्टमार्टम के लिए भागलपुर भेज दिया गया. 

एक दिन पहले मृतका के परिवार की दो महिलाओं को भी पीटा था. ग्रामीणों का कहना है कि गीता देवी की हत्या के एक दिन पहले यानी रविवार को उसकी गोतनी व स्व गंगा राम की पत्नी राधा देवी को भी डायन कह कर से पीटा गया था. उसे बचाने जब उसकी बेटी सुरेखा देवी आयी तो उसकी भी पिटाई कर दी. दोनों का इलाज मायागंज अस्पताल भागलपुर में चल रहा है. राधा देवी की हालत अभी भी गंभीर है. ग्रामीणों का कहना है कि रविवार की घटना के बाद पुलिस ने मामले में प्राथमिकी दर्ज करने के अलावा कोई कार्रवाई नहीं की. इससे आरोपितों का हौसला और बढ़ गया और उन लागों ने सोमवार को गीता देवी को मार ही डाला .  ग्रामीणों का कहना  है कि यदि पुलिस ने ठोस कार्रवाई की हाेती, तो शायद गीता देवी की हत्या नहीं होती.