ताजा समाचार :

6/Posts/ticker posts

नवगछिया: चलती बस में लगी आग, पुलिस की सक्रियता से बची 55 यात्रियों की जान

नवगछिया (भागलपुर)। पुलिस जिला नवगछिया अंतर्गत मंगलवार की रात एनएच-31 पर नालंदा के हरनौत की घटना की पुनरावृत्ति होते-होते उस समय बच गयी जब यात्रियों से भरी जगदम्बे ट्रेवल्स की एक वातानुकूलित बस में अचानक शॉट सर्किट से
आग लग गई। सिलीगुड़ी से छपरा जा रही इस बस में 55 यात्री सवार थे। स्थानीय पुलिस की सक्रियता से सभी यात्री बाल-बाल बच गए। इससे पहले कि आग फैलती उस पर पुलिस की सक्रियता से काबू पा लिया गया।
शॉट सर्किट से उठे धुंए से पूरी बस भर गई थी, जिससे यात्रियों के दम घुटने लगे थे। उस वक्त अधिकतर यात्री सो भी रहे थे। जब दम फूलने से यात्रियों की नींद टूटी और यात्रियों द्वारा हो-हल्ला किया जाने लगा। इसी बीच एनएच गश्ती पर निकली भवानीपुर पुलिस भी वहां आ पहुंची। पुलिस ने ओवरटेक कर बस को रोका और एक-एक कर यात्रियों को सुरक्षित बस से बाहर निकाला। बस रुकते ही यात्री जान बचाकर इधर-उधर भागने लगे। दम फूलने से कई यात्री बेहोश भी हो गए, जिन्हें पुलिस व बाकी यात्रियों द्वारा पानी छिड़क कर होश में लाया गया। पुलिस द्वारा आनन-फानन पानी डालकर आग को शांत किया गया। घटना के एक घंटे बाद पीछे से आई जगदंबे ट्रेवल्स की ही दूसरी बस (सिलीगुड़ी टू बेगूसराय) से यात्रियों को सुरक्षित बेगूसराय तक भेजा गया। वहां से दूसरी बस से छपरा भेजने की बात चालक सहित पुलिस ने बताई।
टीकू ऑयल का पाइप घिसने से लगी थी आग
सिलीगुड़ी से छपरा जा रही जगदंबे ट्रेवल्स (डब्ल्यूबी-91 1156) की बस में रात्रि करीब साढ़े आठ बजे शॉट सर्किट हो गई। चालक सीट के पास इंजन में शॉट सर्किट से धुंआ उठने लगा, जो देखते ही देखते पूरे बस में फैल गई। चालक सत्येन्द्र व कृष्णा सिंह ने बताया कि बस के टीकू ऑयल का पाइप घिस गया था, जिसके कारण शॉट लगी थी। इसका आभास हम दोनों को नहीं हुआ। यात्रियों द्वारा हो-हल्का करने व उसी बीच पुलिस द्वारा ओवरटेक कर वाहन रोकने के बाद आग व धुंए का पता चला। तब आनन-फानन बस को रोका गया और यात्रियों को उतार कर आग बुझाई गई।
पुलिस की सक्रियता से बची यात्रियों की जान
भवानीपुर थानाध्यक्ष जयंत प्रकाश ने बताया कि सअनि विजय सिंह पुलिस गाड़ी के साथ राजमार्ग पर गश्ती कर रहे थे। इसी दौरान विपरीत दिशा से आ रही बस में धुंआ देख विजय सिंह ने बस को ओवरटेक करके रोका। लेकिन बस रोकते-रोकते उसमें इतना धुंआ भर गया था कि यात्रियों के दम घुटने लगे थे। दम फूलने से सभी यात्री जोर-जोर से खासने लगे थे। बस के अंदर की लाइटें भी बंद थी। वातानुकूलित बस होने के कारण सभी खिड़कियां भी बंद थी। थाने के सामने बस को रुकवाने के बाद पुलिस जवानों व अधिकारियों ने यात्रियों को सही सलामत बस से उतारा। धुंआ उठता देख थाने से बाल्टी में पानी भरकर जवान बस की ओर दौड़े और आग को शांत किया गया। तब जाकर सभी ने राहत की सांस ली।
यात्रियों के चेहरे पर दिख रहा था हादसे का खौफ
बस पर महेशखूंट, खगड़िया, बेगूसराय, छपरा के यात्री सवार थे। बस पर सवार यात्रियों के चेहरे पर खौफ और हादसे में बच निकलने की खुशी दोनों साथ-साथ दिख रही थी। यात्री पिंटू कर्मकार, निक्कू, रामबालक पासवान, अमरेन्द्र गुप्ता, राम गुप्ता, देवी प्रसाद, जिया, अभिनीत कुमार, प्रमोद सहनी, कमली देवी, रामकुमारी देवी ने कहा कि भगवान की दया से हमलोगों की जान बच गई। विलंब होता तो सभी की जान चली जाती। लाइट बंद रहने के कारण धुंआ का पता नहीं चल सका। दम घुटने पर इसका एहसास हुआ। इस बीच खलासी द्वारा कुछ दुरुस्त करने का प्रयास भी किया था, जो नहीं हो सका। बस में महेशखूंट, खगड़िया, बेगूसराय, छपरा के यात्री सवार थे।